बिहार की राजनीति में एक बड़ा और प्रभावशाली नाम Tejashwi Yadav है। युवाओं के बीच उनकी लोकप्रियता काफी अधिक है, और वे अपनी सरल भाषा, तेज़ समझ और जमीनी मुद्दों को उठाने के लिए जाने जाते हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि राजनीति में आने से पहले तेजस्वी एक पेशेवर क्रिकेटर भी रहे हैं। इस लेख में हम उनके राजनीतिक जीवन, क्रिकेट करियर और खासकर tejashwi yadav in ipl के सफर को विस्तार से जानेंगे।
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Tejashwi Yadav का प्रारंभिक जीवन
Tejashwi Yadav का जन्म 9 नवंबर 1989 को पटना में हुआ। वे बिहार की सबसे बड़े राजनीतिक परिवारों में से एक से आते हैं। उनके पिता लालू प्रसाद यादव तीन बार मुख्यमंत्री रहे और उनकी माता राबड़ी देवी दो बार बिहार की मुख्यमंत्री रहीं। राजनीति का माहौल बचपन से ही उनके जीवन का हिस्सा रहा, लेकिन उनकी शुरुआत राजनीति से नहीं बल्कि क्रिकेट से हुई।
शिक्षा की बात करें तो उन्होंने दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) में पढ़ाई की, लेकिन उन्होंने कक्षा 10 के बाद पढ़ाई छोड़ दी और क्रिकेट में अपना करियर बनाने का निर्णय लिया। यह उनके जीवन का पहला बड़ा मोड़ था।
तेजस्वी यादव का क्रिकेट करियर
राजनीति में आने से पहले तेजस्वी एक उभरते हुए क्रिकेटर थे।
वे एक राइट-हैंड बैट्समैन और पार्ट-टाइम गेंदबाज थे। उन्होंने विभिन्न घरेलू प्रतियोगिताओं में बिहार और झारखंड की तरफ से खेला।
उनके करियर की महत्वपूर्ण बातें:
- उन्होंने 1 फर्स्ट-क्लास मैच, 2 लिस्ट-ए मैच, और 4 टी-20 मैच खेले।
- उनके पास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का अनुभव नहीं है, लेकिन घरेलू क्रिकेट में वे नियमित तौर पर चयनित होते थे।
- Tejashwi Yadav अपनी फिटनेस, फुर्ती और बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे।
- उनका क्रिकेट करियर बहुत लंबा नहीं चला क्योंकि धीरे-धीरे वे राजनीति की ओर आकर्षित हो गए और पिता के साथ जनसभाओं में जाने लगे।
Tejashwi Yadav in IPL – आईपीएल में उनका सफर
यह हिस्सा काफी दिलचस्प है क्योंकि कई लोग अब भी यह नहीं जानते कि tejashwi yadav in ipl का एक वास्तविक इतिहास है।
IPL में चयन और जुड़ाव
- Tejashwi Yadav दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) टीम के खिलाड़ी रह चुके हैं।
- वे चार सीज़न तक टीम के साथ जुड़े रहे — 2008, 2009, 2011 और 2012।
- वे टीम का हिस्सा तो बने, लेकिन उन्हें प्लेयिंग इलेवन (Playing XI) में मैदान पर खेलने का मौका नहीं मिला।
IPL कमाई और अनुभव
- आईपीएल से उनकी कुल कमाई लगभग 36 लाख रुपये रही।
- वे ज्यादातर समय नेट्स में प्रैक्टिस और टीम की ट्रेनिंग से जुड़कर अनुभव हासिल करते रहे।
हालांकि उन्हें मैच खेलने का अवसर नहीं मिला, लेकिन इतने बड़े मंच का हिस्सा होना भी अपने आप में एक उपलब्धि है।
उनका tejashwi yadav in ipl वाला सफर छोटा जरूर था, मगर इसने उन्हें अनुशासन, टीम-वर्क और बड़े स्तर पर खेलने का अनुभव दिया, जो आगे उनके राजनीतिक जीवन में भी काम आया।
राजनीति में तेजस्वी यादव का प्रवेश
क्रिकेट छोड़ने के बाद उनका झुकाव राजनीति की ओर हुआ और वे काफी कम उम्र में ही अपने पिता के राजनीतिक उत्तराधिकारी बनकर उभरे।
- 2015 में वे पहली बार विधायक चुने गए।
- उसी वर्ष वे बिहार के उपमुख्यमंत्री भी बने, जो उनकी उम्र के हिसाब से एक बड़ी उपलब्धि थी।
उन्होंने रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और भ्रष्टाचार पर जोर दिया और इन्हीं मुद्दों पर युवा वर्ग के बीच उनकी तेजी से लोकप्रियता बढ़ी।
आज वे राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सबसे बड़े नेता हैं और बिहार की राजनीति में एक मजबूत विपक्षी चेहरा माने जाते हैं।
तेजस्वी यादव की राजनीतिक दृष्टि
1. रोजगार और युवा-केंद्रित नीतियाँ
उन्होंने दावा किया कि बिहार में लाखों नौकरियाँ उपलब्ध कराई जा सकती हैं और यही एजेंडा उन्हें युवाओं के बीच प्रिय बनाता है।
2. पंचायत और ग्रामीण विकास
तेजस्वी यादव का मानना है कि बिहार का विकास गांवों से शुरू होता है।
इसी कारण उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों को अधिक सम्मान और भत्ते देने की बात की है।
3. भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख
हालांकि उनके परिवार पर कई आरोप भी लगे हैं, लेकिन वे सार्वजनिक मंचों पर लगातार भ्रष्टाचार विरोधी नीति की बात करते रहे हैं।
4. सामाजिक न्याय की राजनीति
उनकी राजनीति की जड़ उनके पिता की तरह सामाजिक न्याय, पिछड़े वर्गों के अधिकार और समावेशी विकास पर आधारित रही है।
क्रिकेट से सीखी सीख और राजनीति में प्रभाव
क्रिकेट का अनुशासन, टीम-भावना और तनाव में शांत रहने की कला — ये सभी गुण Tejashwi Yadav की राजनीतिक कार्यशैली में दिखाई देते हैं।
मैदान पर मिले अनुभव ने उन्हें आलोचना, भीड़ और दबाव का सामना करना सिखाया। उन्होंने कई बार यह खुद कहा है कि क्रिकेट ने उन्हें धैर्य और रणनीति सिखाई, जो राजनीति में बेहद जरूरी है।
भविष्य की संभावनाएँ
तेजस्वी यादव अभी भी युवा हैं और राजनीतिक करियर के शुरुआती चरणों में हैं। वे 2025 में भी एक बड़े राजनीतिक चेहरे के रूप में चुनाव में उतरे।
उनका लक्ष्य बिहार को “नई दिशा” और “नई सोच” देना है।
उनके समर्थकों का दावा है कि उनका मिलनसार स्वभाव, युवाओं से जुड़ाव और आधुनिक सोच राज्य की राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकती है।
निष्कर्ष
तेजस्वी यादव की यात्रा बेहद अनोखी है।
क्रिकेट के मैदान से लेकर बिहार की राजनीति के केंद्र तक — उनका सफर बहुत कुछ कहता है।
चाहे बात tejashwi yadav in ipl की हो या उनके राजनीतिक संघर्ष की — हर मोड़ ने उन्हें एक मजबूत, अनुभवी और लोकप्रिय नेता बनाया।
उनकी कहानी यह साबित करती है कि एक युवा खिलाड़ी भी बड़े राजनीतिक नेता के रूप में उभर सकता है, बशर्ते उसके पास सपने, मेहनत और दिशा हो।
FAQ’s
1. क्या Tejashwi Yadav वास्तव में आईपीएल में चुने गए थे?
हाँ, Tejashwi Yadav आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स टीम का हिस्सा रहे थे और चार सीजन तक टीम से जुड़े रहे, हालांकि उन्हें प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका नहीं मिला।
2. Tejashwi Yadav का क्रिकेट करियर कितना लंबा था?
उनका क्रिकेट करियर लगभग कुछ वर्षों तक चला, जिसमें उन्होंने फर्स्ट-क्लास, लिस्ट-ए और टी-20 के सीमित मैच खेले।
3. Tejashwi Yadav ने राजनीति में कब कदम रखा?
उन्होंने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव से सक्रिय राजनीति में हिस्सा लिया और पहली बार विधायक बने।
4. Tejashwi Yadav की मुख्य राजनीतिक प्राथमिकताएँ क्या हैं?
उनकी प्राथमिकताओं में रोजगार सृजन, भ्रष्टाचार पर सख्त रुख, शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास शामिल हैं।
5. Tejashwi Yadav के आईपीएल करियर से उनकी कुल कमाई कितनी हुई?
आईपीएल में रहते हुए उनकी कुल कमाई लगभग 36 लाख रुपये के आसपास रही।



