भारत में Polio उन्मूलन के लिए किए गए प्रयासों के परिणामस्वरूप , देश 2011 से पोलियो – मुक्त घोषित किया गया है। हालांकि , पड़ोसी देशों में पोलियो के मामलों के कारण , भारत सरकार ने 2025 में पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का उद्देश्य बच्चों को पोलियो से बचाना और देश को पोलियो – मुक्त बनाए रखना है।
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पल्स पोलियो अभियान 2025 का उद्देश्य
पल्स Polio Drops 2025 का मुख्य उद्देश्य बच्चों को पोलियो वायरस से सुरक्षा प्रदान करना है। इस अभियान के तहत , 12 से 15 अक्टूबर 2025 तक , हैदराबाद जिले में 5.17 लाख बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स देने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए जिले में हजारों टीकाकरण केंद्र स्थापित किए गए हैं , जो लाखों परिवारों तक पहुंचने का प्रयास करेंगे।
इस अभियान का मूल उद्देश्य सिर्फ बच्चों को टीका देना नहीं है , बल्कि उनके परिवारों और समुदायों में पोलियो के प्रति जागरूकता बढ़ाना भी है। इससे न केवल पोलियो के नए मामलों को रोका जा सकता है , बल्कि टीकाकरण की व्यापक पहुंच भी सुनिश्चित होती है।
अभियान की प्रक्रिया
1. टीकाकरण केंद्रों की स्थापना
हैदराबाद जिले में 2,843 टीकाकरण केंद्र स्थापित किए गए हैं। ये केंद्र सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स प्रदान कर रहे हैं।
2. डोर – टू – डोर अभियान
अभियान के दौरान 11,200 स्वास्थ्यकर्मी उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में घर – घर जाकर बच्चों को Polio Drops देंगे। यह सुनिश्चित करता है कि कोई बच्चा टीकाकरण से वंचित न रहे।
3. स्वास्थ्यकर्मियों की टीम
प्रत्येक टीम में नर्स , आंगनवाड़ी कार्यकर्ता , और आशा कार्यकर्ता शामिल हैं। ये टीमें बच्चों को Polio Drops देने के साथ – साथ अभिभावकों को पोलियो और टीकाकरण के महत्व के बारे में जानकारी भी देती हैं।
4. निगरानी और रिपोर्टिंग
टीकाकरण के दौरान हर केंद्र पर बच्चों की संख्या और टीकाकरण की स्थिति का रिकॉर्ड रखा जाता है। इससे अभियान की सफलता और कवरेज का आकलन करना आसान होता है।
अभियान के लाभ
पोलियो से सुरक्षा
बच्चों को पोलियो से बचाने के लिए यह अभियान अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह अभियान सुनिश्चित करता है कि सभी बच्चे समय पर टीकाकरण प्राप्त करें।
टीकाकरण कवरेज में वृद्धि
डोर – टू – डोर अभियान और टीकाकरण केंद्रों की मदद से अधिक से अधिक बच्चों तक पोलियो ड्रॉप्स पहुंचाई जाती हैं।
स्वास्थ्य जागरूकता
अभियान के दौरान अभिभावकों और समुदाय के लोगों में स्वास्थ्य और टीकाकरण के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ती है।
संक्रमण के रोकथाम में मदद
पोलियो वायरस के प्रसार को रोकने के लिए यह अभियान आवश्यक है। समय पर टीकाकरण से संभावित पोलियो मामलों की संख्या कम होती है।
अभिभावकों के लिए सुझाव
टीकाकरण केंद्र पर समय पर पहुंचें
अपने बच्चे को पोलियो ड्रॉप्स देने के लिए निर्धारित समय पर टीकाकरण केंद्र पर पहुंचें।
स्वास्थ्य समस्याओं की जानकारी दें
यदि आपके बच्चे को बुखार , सर्दी या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं , तो टीकाकरण से पहले स्वास्थ्यकर्मी को सूचित करें।
टीकाकरण के बाद निगरानी रखें
टीकाकरण के बाद बच्चे की स्थिति पर निगरानी रखें और किसी भी असामान्य लक्षण की स्थिति में चिकित्सक से संपर्क करें।
पूरा अभियान सहयोग करें
सिर्फ अपने बच्चे तक ही नहीं , बल्कि पड़ोस के बच्चों को भी टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करें। इससे समुदाय में पोलियो सुरक्षा बढ़ेगी।
Polio Drops 2025 के महत्व पर विशेष ध्यान
पोलियो ड्रॉप्स 2025 न केवल बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती हैं , बल्कि यह भारत को पोलियो-मुक्त बनाए रखने में एक निर्णायक कदम है। भारत ने कई सालों तक पोलियो उन्मूलन के लिए अभियान चलाए हैं और अब यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि पोलियो कभी लौट कर न आए।
अभियान से जुड़े स्वास्थ्यकर्मी और सरकारी एजेंसियां यह सुनिश्चित कर रही हैं कि हर बच्चा , चाहे वह किसी भी सामाजिक या आर्थिक पृष्ठभूमि से क्यों न हो , पोलियो से सुरक्षित रहे।
निष्कर्ष
पल्स Polio Drops 2025 अभियान बच्चों को पोलियो से बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके सफलता के लिए अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। सभी अभिभावकों से अनुरोध है कि वे अपने बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स जरूर दें और इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग करें।
सिर्फ टीकाकरण ही नहीं, बल्कि बच्चों की सुरक्षा और भविष्य के लिए जागरूकता फैलाना भी इसी अभियान का उद्देश्य है। समय पर पोलियो ड्रॉप्स देने से हम सभी मिलकर अपने देश को पोलियो – मुक्त रखने में योगदान दे सकते हैं।
FAQ’s
1. पोलियो ड्रॉप्स 2025 कब शुरू होंगे ?
पल्स पोलियो ड्रॉप्स 2025 का अभियान 12 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक चलेगा। इस दौरान बच्चों को टीकाकरण केंद्र और घर – घर जाकर पोलियो ड्रॉप्स दिए जाएंगे।
2. Polio Drops किस उम्र के बच्चों को दी जाएगी ?
यह अभियान मुख्य रूप से 0 से 5 साल तक के बच्चों को लक्षित करता है। सभी बच्चों को दो बूंद पोलियो ड्रॉप्स दी जाती हैं।
3. Polio Drops का उद्देश्य क्या है ?
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बच्चों को पोलियो वायरस से बचाना और देश को पोलियो-मुक्त बनाए रखना है।
4. यदि बच्चा बीमार है तो क्या उसे पोलियो ड्रॉप्स दी जा सकती हैं ?
यदि बच्चे को हल्का बुखार , सर्दी या अन्य हल्की बीमारियाँ हैं , तो टीकाकरण से पहले स्वास्थ्यकर्मी से सलाह लेना आवश्यक है। गंभीर बीमारी में डॉक्टर की अनुमति के बाद ही ड्रॉप्स दी जाएँगी।
5. अभिभावक Polio Drops के बाद क्या करें ?
टीकाकरण के बाद बच्चे की स्थिति पर निगरानी रखें। किसी भी असामान्य लक्षण या परेशानी होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।


