ED Director Sanjay Kumar Mishra भारतीय प्रशासनिक सेवा का एक अनुभवी अधिकारी हैं, जिन्हें हाल ही में प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद (Economic Advisory Council to the Prime Minister – EAC‑PM) में पूर्णकालिक सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया। उनके करियर ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय टैक्स, वित्तीय अपराध और नीति निर्माण के क्षेत्र में गहन अनुभव प्रदान किया है। इस लेख में हम ed director sanjay kumar mishra के जीवन, करियर और नई जिम्मेदारियों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
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प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
ED Director Sanjay Kumar Mishra का जन्म और शिक्षा उत्तर प्रदेश में हुआ। उन्होंने जैव रसायन (Biochemistry) में पोस्ट-ग्रेजुएशन किया और Central Drug Research Institute, लखनऊ में रिसर्च फेलो के रूप में काम किया। इसके बाद उन्होंने भारतीय राजस्व सेवा (IRS) में शामिल होकर करियर की शुरुआत की।
उनकी शुरुआती रुचि विज्ञान में थी, लेकिन कर और वित्तीय प्रशासन में उनका योगदान उन्हें अलग पहचान दिलाता है। ED Director Sanjay Kumar Mishra ने अपनी विशेषज्ञता का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय टैक्स और कर विवाद निपटाने में किया, जो उनके भविष्य के करियर में महत्वपूर्ण साबित हुआ।
IRS और अंतरराष्ट्रीय टैक्स में करियर
ED Director Sanjay Kumar Mishra ने IRS में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय टैक्स और ट्रांसफर प्राइसिंग के मामलों में विशेष अनुभव प्राप्त किया। उनकी नेतृत्व क्षमता ने उन्हें Joint Secretary के पद तक पहुंचाया, जहां उन्होंने डबल टैक्सेशन अवॉयडेंस एग्रीमेंट (DTAA) पर काम किया और कई देशों के साथ कर विवाद सुलझाने में मदद की।
उनकी इस भूमिका के दौरान लगभग 175 अंतरराष्ट्रीय कर विवादों का समाधान किया गया। उन्होंने Advance Pricing Agreements (APA), Safe Harbour नियम और General Anti Avoidance Rules (GAAR) जैसे महत्वपूर्ण कर सुधारों में भी योगदान दिया।
Enforcement Directorate (ED) में कार्यकाल
ED Director Sanjay Kumar Mishra ने ED में लगभग आठ साल तक काम किया और 2018 में ED के निदेशक बने। उन्होंने 2018 से 2023 तक एजेंसी का नेतृत्व किया। उनकी अगुवाई में ED ने बड़े और हाई‑प्रोफाइल मामलों में कार्रवाई की।
उनके कार्यकाल के दौरान ED ने कई आर्थिक अपराधियों को ट्रैक और प्रत्यर्पित किया। इसके अलावा, उन्होंने हजारों मामलों की जांच और छापेमारी की, जिससे भारत में वित्तीय अपराधों की रोकथाम में मदद मिली। ED Director Sanjay Kumar Mishra की कार्यशैली और निष्पक्ष जांच ने उन्हें एजेंसी के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।
प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद में नियुक्ति
मार्च 2025 में, ED Director Sanjay Kumar Mishra को EAC‑PM में पूर्णकालिक सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया। परिषद प्रधानमंत्री को आर्थिक और नीतिगत मामलों में सलाह देती है।
उनकी नियुक्ति महत्वपूर्ण है क्योंकि उनके पास सिर्फ आर्थिक थ्योरी का अनुभव नहीं बल्कि जमीन स्तर का प्रशासनिक और वित्तीय अनुभव भी है। ED Director Sanjay Kumar Mishra का अनुभव मनी लॉन्ड्रिंग, टैक्स चोरी और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय मामलों में काम आएगा।
अनुभव और महत्व
ED Director Sanjay Kumar Mishra की विशेषज्ञता IRS, ED और अंतरराष्ट्रीय टैक्स से जुड़ी है। यह अनुभव उन्हें नीतिगत निर्णयों में व्यावहारिक और कानूनी दृष्टिकोण अपनाने में सक्षम बनाता है।
उनकी नियुक्ति से यह संकेत मिलता है कि भारत सरकार आर्थिक सलाह देने में सिर्फ अर्थशास्त्रियों पर निर्भर नहीं है, बल्कि ऐसे अधिकारियों को शामिल कर रही है जिनके पास ground-level अनुभव है। इससे नीतिगत निर्णय और भी प्रभावशाली और व्यावहारिक बनेंगे।
निष्कर्ष
ED Director Sanjay Kumar Mishra का करियर रिसर्च फेलो से IRS, अंतरराष्ट्रीय टैक्स, ED और अब EAC‑PM तक फैला है। उनकी नियुक्ति न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि भारत की आर्थिक नीतियों के लिए भी।
उनकी विशेषज्ञता और अनुभव सरकार को आर्थिक, वित्तीय और नीतिगत मामलों में मजबूत और व्यावहारिक सलाह देने में मदद करेंगे। ED Director Sanjay Kumar Mishra का योगदान भारतीय प्रशासन और वित्तीय प्रशासन में एक मिसाल है।
FAQ’s –
संजय कुमार मिश्रा कौन है?
संजय कुमार मिश्रा एक अनुभवी IRS अधिकारी हैं और पूर्व Enforcement Directorate (ED) के निदेशक रह चुके हैं। उन्होंने वित्तीय अपराध, अंतरराष्ट्रीय टैक्स और नीति निर्माण में गहन अनुभव हासिल किया है।
वर्तमान ED निदेशक कौन है?
ED के वर्तमान निदेशक की नियुक्ति केंद्र सरकार द्वारा की जाती है और यह समय-समय पर बदलती रहती है। 2023 में संजय कुमार मिश्रा का कार्यकाल समाप्त होने के बाद नए निदेशक की नियुक्ति की गई।
ED Director Sanjay Kumar Mishra का करियर कैसा रहा?
ED Director Sanjay Kumar Mishra का करियर IRS से शुरू हुआ। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय टैक्स, ट्रांसफर प्राइसिंग और वित्तीय अपराधों से जुड़े मामलों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। ED में रहते हुए उन्होंने कई हाई-प्रोफाइल जांचों का नेतृत्व किया।
संजय कुमार मिश्रा को EAC-PM में क्यों नियुक्त किया गया?
उनकी प्रशासनिक और वित्तीय विशेषज्ञता को देखते हुए संजय कुमार मिश्रा को प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद (EAC-PM) में पूर्णकालिक सदस्य बनाया गया, ताकि नीतिगत और आर्थिक फैसलों में व्यावहारिक सलाह मिल सके।
ED Director Sanjay Kumar Mishra का योगदान क्यों महत्वपूर्ण है?
ED Director Sanjay Kumar Mishra का योगदान वित्तीय अपराधों की रोकथाम, अंतरराष्ट्रीय कर विवादों के समाधान और नीति निर्माण में व्यावहारिक दृष्टिकोण लाने के कारण बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।



